Kota: JEE में कैसे बनेगा 100 पर्सेंटाइल स्कोर? 100 फीसदी अंक लाने वाले कोटा के ओमप्रकाश बेहरा से समझें
JEE Main 2025 Result Kota: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा JEE-मेन जनवरी सेशन का परिणाम जारी कर दिया है। (JEE Main 2025 Result Kota) इस बार 14 स्टूडेंट्स ने 100 पर्सेंटाइल एनटीए स्कोर किया है, जिसमें सबसे ज्यादा पांच छात्र राजस्थान के हैं। राजस्थान के आयुष सिंघल स्टेट टॉपर रहे हैं, वहीं कोटा के ओमप्रकाश बेरम ने भी 100 पर्सेंटाइल एनटीए स्कोर किया है, राजस्थान फर्स्ट से उन्होंने अपनी सफलता की कहानी शेयर की...
राजस्थान के 5 छात्रों का 100 पर्सेंटाइल स्कोर
NTA ने JEE Main 2025 के पेपर वन का रिजल्ट जारी कर दिया है। इस बार 100 पर्सेंटाइल एनटीए स्कोर करने वाले स्टूडेंट्स में राजस्थान टॉप पर है, राजस्थान के सबसे ज्यादा पांच स्टूडेंट्स ने 100 पर्सेंटाइल एनटीए स्कोर किया है। वहीं राजस्थान के ही आयुष सिंघल ने परीक्षा में टॉप किया है। कोटा के ओमप्रकाश बेहरा भी 100 पर्सेंटाइल एनटीए स्कोर करने वाले पांच स्टूडेंट्स में शामिल हैं। उन्होंने राजस्थान फर्स्ट को बताया कि अब JEE की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स कैसे इस कीर्तिमान तक पहुंच सकते हैं।
कोटा के ओमप्रकाश को 300 में 300 अंक
JEE मेन 2024 पेपर वन में कोटा के ओमप्रकाश बेहरा को 300 में से 300 अंक मिले हैं। वह 100 पर्सेंटाइल एनटीए स्कोर वाले राजस्थान के पांच छात्रों में शामिल हैं। ओडिशा के भुवनेश्वर के रहने वाले ओमप्रकाश, कोटा में रहते हैं। उनके पिता कमलकांत बेहरा ओडिशा प्रशासनिक सेवा में हैं। जबकि मां स्मिता रानी ओडिशा में कॉलेज लेक्चरर की नौकरी छोड़कर तीन साल से बेटे ओमप्रकाश के साथ कोटा में ही रह रही हैं। ओमप्रकाश रेगुलर क्लासरुम स्टूडेंट हैं। ओमप्रकाश को नोवल्स पढ़ना पसंद है, खास बात ये है कि ओमप्रकाश मोबाइल भी नहीं रखते, उनका कहना है कि इससे ध्यान भटकता है।
JEE परीक्षा में कैसे पाएं 100% पर्सेंटाइल?
ओमप्रकाश बेहरा का कहना है कि उन्होंने JEE मेन और एडवांस्ड की तैयारी के दौरान टीचर्स की गाइडलाइंस ही फॉलो कीं। NCERT सिलेबस पर फोकस किया। वीकली टेस्ट में मार्क्स का ग्राफ कम-ज्यादा होता रहता है। मगर हर बार बेस्ट देने की कोशिश की। हर टेस्ट के बाद सेल्फ एनालिसिस कर गलतियां देखीं, उन गलतियों को अगले टेस्ट में दूर करने की कोशिश की। ओमप्रकाश के मुताबिक उनका सक्सेस फंडा ये है है कि जो हो चुका है उस पर ध्यान देने की जगह जो हो रहा है, उस पर ध्यान दें। ओमप्रकाश रोजाना लगभग 8 से 9 घंटे सेल्फ स्टडी करते हैं और आईआईटी मुम्बई की सीएस ब्रांच से बीटेक करना चाहते हैं।
(कोटा से अर्जुन अरविन्द का इनपुट)
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