Kota: कोटा के कोचिंग स्टूडेंट्स के लिए बड़ी राहत...जिला प्रशासन-हॉस्टल एसोसिएशन का क्या फैसला?
Coaching City Kota Rajasthan: राजस्थान की कोचिंग सिटी कोटा में रहकर कोचिंग करने वाले स्टूडेंट्स के लिए राहत की खबर है। (Coaching City Kota Rajasthan) अब कोटा में कोचिंग कर रहे स्टूडेंट्स को भारी भरकम सिक्योरिटी और कॉशन मनी नहीं देनी पड़ेगी। इसके साथ ही अब हर हॉस्टल में नाइट अटेंडेंस भी होगी, कोटा जिला प्रशासन और हॉस्टल एसोसिएशन ने यह फैसला लिया है, इसके साथ ही कोचिंग और हॉस्टल के लिए गाइडलाइन भी जारी की गई है।
कोचिंग स्टूडेंट्स को नहीं देनी होगी सिक्योरिटी
कोटा में कोचिंग और हॉस्टल को लेकर एक बार फिर नई गाइडलाइन आई है। जिला प्रशासन और हॉस्टल एसोसिएशन की ओर से यह गाइडलाइन जारी की गई है। जिसमें हॉस्टल की सिक्योरिटी डिपॉजिट से लेकर नाइट अटेंडेंस तक की व्यवस्था की गई है। इस फैसले के मुताबिक अब कोटा में कोचिंग स्टूडेंट्स को सिक्योरिटी राशि और कॉशन मनी नहीं देनी होगी। अभी तक स्टूडेंट्स को एक महीने के किराए के बराबर सिक्योरिटी डिपोजिट कराना होता था, इसके साथ ही करीब दो हजार की कॉशन मनी भी ली जाती थी।
रेलवे स्टेशन-बस स्टैंड पर हेल्प डेस्क
कोचिंग स्टूडेंट्स की मदद के लिए रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर हेल्प डेस्क भी बनाई जाएगी। इसके अलावा हॉस्टल पीजी संचालकों को गेट कीपर की ट्रेनिंग के लिए प्रेरित किया जाएगा। हॉस्टल- पीजी में हैंगिंग डिवाइस, सीसीटीवी, बायोमेट्रिक डिवाइस लगानी होंगी। मैन्युअली नाइट अटेंडेंस की जाएगी, इसके साथ ही विजिटर रजिस्टर भी रखना होगा। वहीं मेंटीनेंस चार्ज के तौर पर हर साल 2 हजार रुपए शुल्क रहेगा।
...ताकि कोचिंग स्टूडेंट्स का ना हो मोहभंग
राजस्थान के कोटा शहर को देश में कोचिंग सिटी के तौर पर पहचाना जाता है, यहां देशभर के स्टूडेंट्स डॉक्टर इंजीनियर बनने के लिए कोचिंग करने आते हैं। मगर पिछले दो साल से कोटा में कोचिंग स्टूडेंट्स का आना कम हो गया है। इसके बाद अब कोटा जिला प्रशासन और हॉस्टल एसोसिएशन ने साझा बैठक कर गाइडलाइन तैयार की हैं, जिससे स्टूडेंट्स की सुरक्षा और मजबूत हो और स्टूडेंट्स का कोटा से मोहभंग ना हो।
(कोटा से अर्जुन अरविंद की रिपोर्ट)
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