Magh Month 2025: इस दिन से शुरू होगा पवित्र माघ महीना, देखें व्रत-त्योहारों की लिस्ट
Magh Month 2025: माघ महीना उत्तर भारत में प्रचलित पारंपरिक हिंदू हिंदी कैलेंडर का ग्यारहवां महीना है। इस कैलेंडर का पालन मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, हरियाणा, बिहार, झारखंड, जम्मू और कश्मीर, पंजाब और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में की जाती है। इन क्षेत्रों में एक महीने (Magh Month 2025) की गणना पूर्णिमा या पूर्णिमा के अगले दिन से अगली पूर्णिमा तक की जाती है। इस वर्ष माघ महीना 14 जनवरी से शुरू होकर 12 फरवरी, 2025 को समाप्त होगा।
माघ महीने का महत्व
माघ महीना (Magh Month 2025 Significance) पवित्र स्नान, श्राद्ध और दान के लिए आदर्श माना जाता है। इस महीने हिंदुओं द्वारा विभिन्न व्रत और भोजन पर प्रतिबंध का पालन किया जाता है। यह महीना भगवान श्री कृष्ण के माधव रूप को समर्पित है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, माघ महीना अपने आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। यह शुभ अनुष्ठानों और प्रथाओं के साथ भक्ति, उपवास और दान की अवधि का प्रतीक है।
माघ माह में करने योग्य पवित्र कार्य
सूर्योदय से पहले स्नान करें।
नहाने के पानी में तिल मिला लें।
गायत्री मंत्र का जाप करके और सूर्य को जल दिखाकर अर्घ्य देकर सूर्य को अर्घ्य दें।
सभी दिन विष्णु के नाम का जाप करें।
सत्संग, प्रवचन में भाग लें और माघ महीने की पवित्रता के बारे में पढ़ें।
तिल या बाजरा जैसे गर्मी पैदा करने वाले खाद्य पदार्थों का दान करें।
माघ माह (Magh Month 2025 Date) में नदियों में पवित्र स्नान करना अत्यधिक पुण्यदायी माना जाता है।
प्रयाग, काशी, नैमिषारण्य, कुरुक्षेत्र, हरिद्वार और अन्य पवित्र स्थानों पर नदियों में पवित्र स्नान करने से अक्षय पुण्य प्राप्त करने में मदद मिलती है।
माघ महीने के व्रत-त्योहारों की लिस्ट
14 जनवरी मंगलवार - मकर संक्रांति
17 जनवरी शुक्रवार - संकष्टी चतुर्थी, सकट चौथ
21 जनवरी मंगलवार - कालाष्टमी
25 जनवरी शनिवार - षट तिला एकादशी
26 जनवरी रविवार - गणतंत्र दिवस
29 जनवरी बुधवार - अमावस्या, मौनी अमावस्या
30 जनवरी गुरुवार - माघ गुप्त नवरात्रि
01 फरवरी शनिवार - गणेश जयंती, चतुर्थी व्रत
02 फरवरी रविवार - बसंत पंचमी
03 फरवरी सोमवार - सोमवार व्रत, षष्ठी
04 फरवरी मंगलवार - रथ सप्तमी
05 फरवरी बुधवार - अष्टमी व्रत, भेष्मा अष्टमी, दुर्गा अष्टमी व्रत
06 फरवरी गुरुवार - महानंदा नवमी
07 फरवरी शुक्रवार - रोहिणी व्रत
08 फरवरी शनिवार - सत जया एकादशी
10 फरवरी सोमवार - सोम प्रदोष व्रत, विश्वकर्मा जयंती
12 फरवरी बुधवार - कुंभ संक्रांति, गुरु रविदास जयंती, माघ पूर्णिमा, माघ स्नान समाप्ति
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