Char Dham Yatra केदारनाथ के कपाट खुले, आज अक्षय तृतीया से शुरू हुई चार धाम की यात्रा
Char Dham Yatra Kedarnath केदारनाथ। आज 10 मई को अक्षय तृतीया के मौके पर उत्तराखंड की चार धाम यात्रा शुरू हो गई है। केदारनाथ, बद्रीनाथ के दर्शन करने वाले हजारों श्रद्दालु कड़ाके की ठंढ में दो दिन पहले से डटे हुए हैं। कई सालों बाद गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ मंदिरों के कपाट एक साथ सुबह 6:55 बजे खुल गए। जबकि बद्रीनाथ मंदिर में दर्शन 12 मई से होंगे।
दो दिन पहले गौरीकुंड हाउसफुल
उत्तराखंड में चार धाम की यात्रा शुरू होने से पहले श्रद्धालुओं मे गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। इन धामों पर दिन में तापमान 0 से 3 डिग्री है और रात में पारा माइनस में जा रहा है। बावजूद इसके श्रद्धा और भक्ति से सराबोर लगभग 10 हजार श्रद्धालु केदारनाथ धाम से 16 किमी पहले गौरीकुंड में पहले ही पहुंच गए थे। पूरा गौरीकुंड दो दिन से हाउसफुल है। बताते चलें कि पिछले साल यहां दो दिन पहले 7 से 8 हजार लोग पहुंचे थे। इस बार यहा के 1500 कमरे पूरी तरह भर गए हैं और अब कोई जगह नहीं बची है। गौरीकुंड में 5,545 निबंधित खच्चर बुक हो चुके हैं। तीन किमी दूर सोनपुर भी हाउस फुल है। हरिद्वार और ऋषिकेश में 15 हजार से ज्यादा यात्री पहले से मौजूद हैं।
अबतक 22 लोगों ने कराया रजिश्ट्रेशन
चारधाम यात्रा के लिए श्रद्दालुओं के भीतर उत्साह और उमंग चरम पर है। केदारनाथ-बद्रीनाथ मंदिर समिति की ओर से मिली जानकारी के अनुसार 9 मई की शाम 4 बजे से ही 5 हजार से ज्यादा लोग यहां पहुंच चुके थे। जब बाबा के पंचमुखी डोली केदारधाम पहुंची उस समय वहां लगभग 6 हजार लोग मौजूद थे। चार धाम यात्रा के लिए अब तक 22.15 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है। पिछले साल रिकॉर्ड 55 लाख लोगों ने दर्शन किए थे।
केदारनाथ में रोज 15 हजार लोग ही कर पाएंगे दर्शन
बताते चलें कि वर्ष 2023 में 55 लाख लोग चार धाम की यात्रा पर पहुंच गए थे। यह अबतक का सबसे बड़ा रिकार्ड है। भारी संख्या में लोगों के पहुंचने से वहां व्यवस्थाएं चरमरा गई थीं। इसीलिए इसबार उत्तराखंड पुलिस और पर्यटन विभाग ने चार धाम यात्रा में श्रद्धालुओं की प्रतिदिन की संख्या सीमित कर दी है। यह पहला मौका है जब प्रशासन को ऐसा करना पड़ा है। पिछले साल चारों धामों में हर रोज साठ हजार से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे रहे थे। पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने बताया है कि इसबार एक दिन में 15 हजार श्रद्धालु केदारनाथ धाम, 16 हजार तीर्थयात्री बद्रीनाथ धाम, 9 हजार श्रद्धालु यमुनोत्री और 11 हजार श्रद्धालु गंगोत्री में दर्शन कर सकेंगे। इस तरह हर रोज 55 हजार तीर्थ यात्री दर्शन कर सकेंगे।
दो धामों में ऑनलाइन पूजा बुकिंग 30 जून तक
बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने जानकारी दी है कि इसबार ऑन लाइन पूजा 30 जून तक ही होगी। इसके लिए शुल्क जो तय किए गए है उसमें श्रीमदभागवत पाठ के लिए 51 हजार रु. तो महाभिषेक के लिए 12 हजार रु. तय किए गए हैं।
बर्फबारी और कड़ाके की ठंढ को लेकर विशेष व्यवस्था
गौरतलब है कि इस बार पहला ऐसा मौका है जब चार धाम यात्रा मार्ग पर 400 से ज्यादा डॉक्टरों को तैनात किया गया है। इनमें 256 इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर और विशेषज्ञ डॉक्टर तैनात किए गए हैं। लोगों से अपील की गई है कि यात्रा में कम से कम 7 दिन का प्लान बनाकर आएं, ताकि घटते-बढ़ते तापमान में शरीर ढलता रहे।उत्तराखंड के स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी कर कहा है कि चारों धाम लगभग 3 हजार मीटर से ऊपर स्थित हैं। इस बार पहाड़ों पर रुक-रुककर बर्फबारी हो रही है। माना जा रहा है कि मौसम के कारण यात्रा में कई बार रूकावट आ सकती है। इसीलिए लोगों से कहा जा रहा है कि सात दिन का प्लान बना कर आएं।
दर्शन से 6 घंटे पहले गर्भगृह में जाते हैं मुख्य पुजारी
बता दें कि हर साल पट खुलने से पहले रात 12 बजे मुख्य रावल 5-6 वेदपाठी ब्राह्मणों के साथ मंदिर में प्रवेश करते हैं। उस समय मंदिर बाहर से बंद कर दिया जाता है। गर्भगृह में पंचमुखी विगृह से मंत्रों के द्वारा ज्योतिर्लिंग की फिर से प्राण प्रतिष्ठा की जाती है। भगवान की षोडशोपचार पूजा के बाद आम दर्शन के लिए कपाट खोल दिए जाते हैं।
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