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Jyeshtha Month 2024: इस दिन से शुरू हो रहा है ज्येष्ठ का महीना, जानें इसमें पड़ने वाले प्रमुख व्रत और त्यौहार

Jyeshtha Month 2024: हिंदी कैलेंडर का तीसरा महीना ज्येष्ठ कुछ ही दिनों में शुरू होने वाला है। यह आमतौर पर बैसाख पूर्णिमा के पूरा होने के बाद आता है। ज्येष्ठ माह को जेठ (Jyeshtha Month 2024) भी कहा जाता है।...
01:44 PM May 16, 2024 IST | Preeti Mishra
(Image Credit: Social Media)

Jyeshtha Month 2024: हिंदी कैलेंडर का तीसरा महीना ज्येष्ठ कुछ ही दिनों में शुरू होने वाला है। यह आमतौर पर बैसाख पूर्णिमा के पूरा होने के बाद आता है। ज्येष्ठ माह को जेठ (Jyeshtha Month 2024) भी कहा जाता है। यह महीना कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होता है और ज्येष्ठ शुक्ल पूर्णिमा तिथि को समाप्त होता है। इंग्लिश केलिन्डर में यह महीना मई और जून के बीच पड़ता है। इस दौरान कई महत्वपूर्ण त्यौहार मनाये जाते हैं और व्रत रखे जाते हैं। इस महीने के दौरान तापमान अपने चरम पर होता है और तेज गर्मी के साथ लू भी चलती है।

कब शुरू हो रहा है ज्येष्ठ का महीना

वैदिक पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह (Jyeshtha Month 2024) के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि 23 मई को शाम 07:22 बजे शुरू होगी। हालांकि उदया तिथि के अनुसार, ज्येष्ठ माह 24 मई से शुरू होगा। यह 21 जून को ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन समाप्त होगा।

ज्येष्ठ महीने का महत्व

ज्येष्ठ महीने (Jyeshtha Month 2024) को हिंदू धर्म में विशेष रूप से भगवान शिव और देवी लक्ष्मी की पूजा के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। यह महीना भारत में मानसून के मौसम की शुरुआत से जुड़ा है जो विकास, उर्वरता और प्रचुरता का प्रतीक है। इसे "अधिक मास" या "पुरुषोत्तम मास" के रूप में भी जाना जाता है, यह एक अतिरिक्त महीना है जो हिंदू कैलेंडर में हर कुछ वर्षों में आता है। आशीर्वाद, समृद्धि और आध्यात्मिक विकास के लिए भक्त इस महीने के दौरान विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान, व्रत और समारोह करते हैं। ज्येष्ठ कृषि गतिविधियों और प्रकृति की उदारता का जश्न मनाने का भी समय है।

ज्येष्ठ माह में पड़ने वाले व्रत और त्यौहार

ज्येष्ठ माह में कई महत्वपूर्ण त्यौहार और व्रत पड़ते हैं। इनमे सबसे महत्वपूर्ण है वट सावित्री व्रत जो 6 जून, गुरुवार को पड़ेगा। वट सावित्री व्रत विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए रखती हैं। परंपराओं के अनुसार, लोग इस दिन देवी सावित्री और बरगद के पेड़ की पूजा करते हैं। इसी महीने (Jyeshtha Month 2024) के दौरान एक और प्रमुख त्योहार शनि जयंती है। ऐसा माना जाता है कि बैसाख अमावस्या के दिन शनिदेव का जन्म हुआ था। इसलिए इस दिन शनि जयंती मनाई जाती है। वह हिंदू सूर्य देवता - सूर्य और छाया की देवी छाया के पुत्र हैं। इस साल शनि जयंती भी 6 जून को है।

24 मई, शुक्रवार: ज्येष्ठ मास प्रारंभ, ज्येष्ठ कृष्ण प्रतिपदा तिथि

26 मई, रविवार: एकदंत संकष्टी चतुर्थी

2 जून, रविवार: अपरा एकादशी

3 जून, सोमवार: वैष्णव अपरा एकादशी

4 जून, मंगलवार: भौम प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि

6 जून, गुरुवार: ज्येष्ठ अमावस्या, वट सावित्री व्रत, शनि जयंती, शनि जन्मोत्सव

10 जून, सोमवार: विनायक चतुर्थी

14 जून, शुक्रवार: धूमावती जयंती

15 जून, शनिवार: मिथुन संक्रांति, महेश नवमी

16 जून, रविवार: गंगा दशहरा

17 जून, सोमवार: गायत्री जयंती

18 जून, मंगलवार: निर्जला एकादशी

19 जून, बुधवार: बुध प्रदोष व्रत

21 जून, शुक्रवार: ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत, वट पूर्णिमा व्रत

22 जून, शनिवार: ज्येष्ठ पूर्णिमा

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