राजेन्द्र विजय का खजाना...प्राइवेट बैंक के लॉकर से मिला 1 किलो चांदी, सिक्के-करोड़ों की संपत्ति! जानिए चौंकाने वाली असली कहानी
Rajendra Vijay ACB investigation: IAS अधिकारी राजेन्द्र विजय की जिंदगी में एक नया संकट है, क्योंकि एसीबी उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के (Rajendra Vijay ACB investigation) मामले की जांच कर रही है। हाल ही में खोले गए एक प्राइवेट बैंक के लॉकर में मिली चांदी और नगदी ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। लेकिन असली रहस्य तो तब शुरू होता है जब उनके ड्राइवर चतर के पास से बरामद हुए प्रॉपर्टी दस्तावेजों की जांच की जाती है। क्या ये दस्तावेज राजेन्द्र विजय की संपत्ति के पर्दे के पीछे की सच्चाई को उजागर करेंगे? एसीबी के हाथ में मिले सबूतों के साथ, यह जांच अब एक रोमांचक मोड़ ले सकती है।
गोपनीय दस्तावेज और लॉकर से मिले सबूत
सोमवार शाम एसीबी ने सीतापुरा स्थित एक प्राइवेट बैंक के लॉकर की जांच की, जिसमें से 1 किलो चांदी की सिल्ली, सिक्के, नगदी और प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले। इस दौरान राजेन्द्र विजय खुद उपस्थित नहीं हुए, जिस पर एसीबी ने उनके बेटे को लेकर बैंक में दस्तावेजों की जांच की। फिलहाल एसीबी को अभी तक दूसरा कोई लॉकर नहीं मिला है, लेकिन जांच जारी है।
ड्राइवर चतर से मिले महत्वपूर्ण दस्तावेज
4 अक्टूबर की रेड कार्रवाई के दौरान फरार हुआ ड्राइवर चतर भी एसीबी के हाथ लग गया है। चतर के पास से भी कई प्रॉपर्टी के दस्तावेज बरामद हुए हैं, जिन्हें वह अपनी संपत्ति बता रहा है। एसीबी यह जांच कर रही है कि चतर इतनी संपत्ति खरीदने में सक्षम था या नहीं।
करोड़ों की संपत्ति की खरीद
एसीबी की जानकारी में यह भी आया है कि राजेन्द्र विजय ने 2021-22 के दौरान करोड़ों रुपये की प्रॉपर्टी खरीदी। 2021 में उन्होंने 1.46 करोड़ रुपये की जमीन और 2022 में 6.25 करोड़ रुपये की संपत्ति खरीदी थी। एसीबी को संदेह है कि यह संपत्ति उनके माता-पिता के नाम पर खरीदी गई थी और बाद में इसे उनकी पत्नी के नाम पर गिफ्ट डीड किया गया।
करोड़ों की संपत्ति की खरीद
एसीबी की जानकारी में यह भी आया है कि राजेन्द्र विजय ने 2021-22 के दौरान करोड़ों रुपये की प्रॉपर्टी खरीदी। 2021 में उन्होंने 1.46 करोड़ रुपये की जमीन और 2022 में 6.25 करोड़ रुपये की संपत्ति खरीदी थी। एसीबी को संदेह है कि यह संपत्ति उनके माता-पिता के नाम पर खरीदी गई थी और बाद में इसे उनकी पत्नी के नाम पर गिफ्ट डीड किया गया।
संपत्ति के वैल्यूएशन में लग सकते हैं 25 दिन
एसीबी द्वारा की गई जांच में अब प्रॉपर्टी के वैल्यूएशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जिसमें करीब 25 दिन का समय लग सकता है। इस बीच, एसीबी उन पदों की भी जांच कर रही है, जिन पर राजेन्द्र विजय तैनात रहे थे, और अनुमान लगाया जा रहा है कि यही वह अवधि थी, जब यह संपत्ति जुटाई गई।
ACB के पास इन संपत्तियों के दस्तावेज
रामनगरिया - 585 वर्ग मीटर का प्लाट। 2022 में 70 लाख रुपए में खरीदा।
सिद्धार्थनगर, जगतपुरा 351 वर्ग मीटर भूखंड। पत्नी साधना के नाम वर्ष 2010 में 15 लाख में खरीदा।
सिद्धार्थ नगर, जगतपुर पत्नी साधना के नाम 167 वर्ग मीटर का प्लॉट 2021 में 34 लाख रुपए में खरीदा।
टोंक रोड आवासीय मकान पत्नी साधना के नाम वर्ष 1993 में खरीदा। मकान पर 26 लाख रुपए खर्च किए।
हरसूलिया रीको, फागी पत्नी साधना के नाम 2200 वर्ग मीटर प्लॉट 2021 में खरीदा। 67 लाख रुपए खर्च किए।
किशनगढ़ खोड़ा - 1500 वर्ग मीटर का भूखंड पत्नी साधना के नाम 2021 में 45 लाख रुपए में खरीदा।
खोड़ा रीको - पत्नी साधना के नाम 1500 वर्ग मीटर का भूखंड 2022 में 55 लाख में खरीदा।
टोंक रोड कमानी फार्म हाउस के सामने 291 वर्ग मीटर जमीन पत्नी के नाम। 33 लाख में खरीदी।
2009 में मां के नाम खरीदकर पत्नी के नाम गिफ्ट डीड की।
टोंक रोड कमानी हाउस के सामने 240 वर्ग मीटर जमीन गिफ्ट डीड से मिली। 25 लाख रुपए में खरीदी।
अशोक मार्ग, सी-स्कीम 2022 में शोरूम 5 करोड़ रुपए में पत्नी के नाम खरीदा।
यह भी पढ़ें: Kota: 'चांद- तारे लाने को नहीं कह रहा...वेतन तो दो' क्या बोले भूख हड़ताल कर रहे कांग्रेस विधायक चेतन पटेल ?
यह भी पढ़ें:Banswara: शिक्षक भर्ती परीक्षा में डमी कैंडिडेट बिठाकर बना सरकारी शिक्षक...अब कुशलगढ़ पुलिस ने किया नामजद
.