भाई बना जल्लाद! पारिवारिक विवाद में छोटे भाई की हत्या, गर्भवती बहू को भी बेरहमी से पीटा, खौफ में पूरा परिवार
Karauli News: रिश्तों की डोर जब नफरत से उलझती है, तो नतीजा खून से सने घरोंदों के रूप में सामने आता है। करौली के टोडाभीम इलाके में ऐसा ही एक खौफनाक मंजर देखने को मिला, जहां आपसी कहासुनी इस कदर बढ़ गई कि बड़े भाई ने छोटे भाई को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। गुस्से में अंधे हत्यारों ने गर्भवती बहू को भी नहीं बख्शा, (Karauli News)और बेटे पर भी चाकू से जानलेवा हमला कर दिया। देखते ही देखते घर का आंगन लहूलुहान हो गया। घटना के बाद पुलिस ने दो आरोपियों को दबोच लिया है, जबकि तीन अन्य फरार हैं। सोमवार रात करीब 8 बजे करीरी गांव में हुई इस वारदात ने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया।
गर्भवती बहू पर भी हमला...
टोडाभीम SHO कैलाश चंद मीणा ने बताया कि करीरी गांव में भैरव माता मंदिर के पास यह खौफनाक वारदात हुई। बड़े भाई कल्लू (60) ने अपने परिवार के साथ मिलकर छोटे भाई विजय (56) पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया। विजय बेसुध होकर लहूलुहान हालत में तड़पता रहा, लेकिन आरोपियों का दिल नहीं पसीजा।
वारदात के दौरान 6 महीने की गर्भवती अनिता (25) पर भी हमला किया गया, जिससे बचने की कोशिश में उसका होंठ कट गया। विजय के बेटे ऋषिकेश (27) को भी गंभीर चोटें आईं। ग्रामीणों ने विजय को टोडाभीम के उपजिला अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना की सूचना मिलते ही DSP मुरारी लाल मीणा मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि तीन अब भी फरार हैं। विजय के बेटे ऋषिकेश की रिपोर्ट पर आरोपी कल्लू, उसकी पत्नी इमरती, बेटा प्रद्युम्न, बेटी रचना और दामाद खुशीराम के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
समय पर इलाज से बच सकती थी जान
वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. लोकेश मीना ने बताया कि विजय की मौत अत्यधिक खून बह जाने के कारण हुई। उनके पैर में धारदार हथियार से हमला किया गया, जिससे ब्लड वेसल कट गई। यदि समय पर अस्पताल लाया जाता, तो उनकी जान बच सकती थी।
ऋषिकेश ने बताया कि विवाद की शुरुआत महज पुराने बर्तन बेचने की बात से हुई। उसकी ताई इमरती ने बहू अनिता से कहा, "आज बर्तन बिकवा रही है, कल घर बिकवा देना!" इसी मामूली कहासुनी ने हिंसक रूप ले लिया।
वारदात के दौरान विजय घुटनों के बल बैठकर हाथ जोड़ते रहे, लेकिन हमलावरों ने चाकू और सरियों से ताबड़तोड़ वार किए। बेटा ऋषिकेश बेहोश होने तक हमले का गवाह बना रहा। ऋषिकेश ने बताया कि उसने 2022 में REET क्वालीफाई किया था और सरकारी शिक्षक बनने की तैयारी कर रहा था। ताऊ-ताई का परिवार उसे बार-बार फंसाने की कोशिश करता था, ताकि वह नौकरी हासिल न कर सके। पुलिस अब फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है। इस हृदयविदारक घटना ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है।
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