जोधपुर में हैरान कर देने वाला मामला! IIT की प्रोफेसर से 23.22 लाख की ठगी...जानें कैसे दबोचा गया बदमाश
Digital Arrest Case Jodhpur: जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर जिले में IIT की असिस्टेंट प्रोफेसर को डिजीटल अरेस्ट (Digital Arrest Case Jodhpur) कर 23.22 लाख की ठगी मामले में जोधपुर पुलिस को सफलता मिली है। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी गिरफ्तार किया है, जो उत्तप्रदेश का रहने वाला बताया जा रहा है। साइबर ठगों ने असिस्टेंट प्रोफेसर से ठगी की रकम इसी के खाते में ट्रांसफर करवाई थी।
किराए के अकाउंट में डलवाई ठगी की रकम
जोधपुर पुलिस ने असिस्टेंट प्रोफेसर को डिजिटल अरेस्ट कर 23.22 लाख की ठगी करने के मामले में नया खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक साइबर ठगों ने ठगी की रकम किराए के अकाउंट में ट्रांसफर करवाई थी। जिस मन्नू गर्ग के नाम से अकाउंट था, उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। मन्नू उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ का निवासी बताया जा रहा है। आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने साइबर ठगों को अपना बैंक अकाउंट किराए पर दिया था। अब पुलिस साइबर ठगों से आरोपी की सांठगांठ को लेकर पूछताछ कर रही है।
10 दिन डिजिटल अरेस्ट, 23.22 लाख की ठगी
जोधपुर पुलिस के मुताबिक कुछ पैसों के लालच में बैंक में करंट अकाउंट खुलवाकर बैंक से मिली किट और सिम साइबर ठगों को सौंपी थी। जिसके चलते उसे गिरफ्तार किया है। असिस्टेंट प्रोफेसर से ठगी का यह मामला 12 अगस्त का है। इस मामले में प्रोफेसर अमृता पुरी ने कड़वड़ थाने में शिकायत दी थी। जिसमें बताया गया कि 1 से 7 अगस्त के बीच उनके पास अलग-अलग नंबर से कॉल आए, कॉलर ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच से बताया। इसके बाद मनी लॉन्ड्रिंग का केस बताकर 10 दिन में डिजिटल अरेस्ट कर 23.22 लाख रुपए ठग लिए।
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