Baran: फर्जी दस्तावेज लेकर कांस्टेबल बनने चला मुन्ना भाई, पुलिस के हत्थे चढ़ गया!
Constable Recruitment Examination 2023:राजस्थान में सरकारी भर्ती परीक्षाओं में फर्जीवाड़े का मामला अब एक नए और रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया है! बारां जिले में एक "मुन्ना भाई" को पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा-2023 के अंतिम(Constable Recruitment Examination 2023) चयन प्रक्रिया में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने अपनी असली जन्मतिथि को छिपाकर उम्र में 9 साल की कमी दर्शाई, ताकि वह पुलिस बल में शामिल हो सके।
लेकिन जैसे ही उसके दस्तावेजों की बारीकी से जांच की गई, उसकी फर्जी जन्मतिथि का भंडाफोड़ हो गया। अब सवाल उठता है, क्या वह अपने झूठ को छुपाने में सफल होता, या पुलिस की पैनी नजरें उसे पकड़ने में कामयाब हो गईं? इस गिरफ्तारी ने भर्ती प्रक्रिया को एक नई और सस्पेंस से भरी कहानी में बदल दिया है, जो सरकारी नौकरी की चाह रखने वाले युवाओं के लिए एक बड़ा सबक है!
बारां में कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़े का खुलासा!
पुलिस अधीक्षक राजकुमार चौधरी ने बताया कि कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2023 के लिए बारां जिले के 62 अभ्यर्थियों की चयन सूची जारी की गई थी। सभी चयनित अभ्यर्थियों को 15 अक्टूबर को दस्तावेजों की जांच, बायोमेट्रिक सत्यापन और स्वास्थ्य परीक्षण के लिए बुलाया गया था। इस प्रक्रिया में सीकर के बुरहानपुर निवासी हंसराज सिंह, पुत्र बनवारी लाल, भी शामिल हुआ।
फर्जी दस्तावेजों का भंडाफोड़
मंगलवार को जब उसके दस्तावेजों की बारीकी से जांच की गई, तब उसमें जन्मतिथि में फर्जीवाड़ा पाया गया। इसके बाद कोतवाली में मामला दर्ज किया गया है, और इस प्रकरण की जांच सदर थाना प्रभारी छुट्टन लाल मीणा को सौंपी गई है।
कैसे बदल दी जन्मतिथि?
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी ने 2009 में कक्षा 10वीं पास की थी, जिसमें उसकी जन्मतिथि 25-11-1993 अंकित थी। आयु सीमा पूरी होने पर उसने अपने दस्तावेजों में अपनी आयु 9 वर्ष कम कर जन्मतिथि 2002 अंकित कर दी। इसी आधार पर उसने 2021 में दोबारा कक्षा 10वीं की परीक्षा दी और उसी 2002 की जन्मतिथि वाली अंक तालिका के सहारे कांस्टेबल परीक्षा 2023 में शामिल हुआ। वह लिखित और शारीरिक परीक्षा में भी पास हो गया था।
अन्य परीक्षाओं की होगी जांच
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि चयनित अभ्यर्थियों को बायोमेट्रिक सत्यापन और स्वास्थ्य परीक्षण के लिए बुलाने के बाद, एसओजी जयपुर की ओर से गोपनीय परिवाद जिला पुलिस को दिया गया था, जिसमें इस अभ्यर्थी की मूल जन्मतिथि 1993 होने की जानकारी दी गई थी। इस आधार पर गहनता से पड़ताल और आरोपी से पूछताछ के बाद मामला उजागर हुआ। अब आरोपी से पूर्व में दी गई अन्य परीक्षाओं के संबंध में भी जांच की जाएगी
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