राजस्थानराजनीतिनेशनलअपराधकाम री बातम्हारी जिंदगीधरम-करममनोरंजनखेल-कूदवीडियोधंधे की बात

कर्ज चुकाने के लिए गंदा खेल! भिखारी के सिर से गुजारा ट्रेलर...लाश के पास रख दिए दस्तावेज, जानें पूरी कहानी!

Banswara Crime News:। (मृदुल पुरोहित) बांसवाड़ा जिले की सल्लोपाट थाना पुलिस ने शुक्रवार को एक ऐसे मामले का खुलासा किया, जिसमें एक व्यक्ति ने कर्ज उतारने के लिए खुद को मरा साबित करने का षडयंत्र रचा। इसके लिए एक बेसहारा...
11:59 AM Dec 07, 2024 IST | Rajesh Singhal

Banswara Crime News:। (मृदुल पुरोहित) बांसवाड़ा जिले की सल्लोपाट थाना पुलिस ने शुक्रवार को एक ऐसे मामले का खुलासा किया, जिसमें एक व्यक्ति ने कर्ज उतारने के लिए खुद को मरा साबित करने का षडयंत्र रचा। इसके लिए एक बेसहारा व्यक्ति को शराब पिलाकर एक ट्रेलर के नीचे ढकेल दिया। इसके बाद खुद के दस्तावेज लाश के पास रख दिए।(Banswara Crime News) परिजनों ने लाश को पहचानने से इनकार किया तब संदेह के आधार पर जांच की तो मामला साफ हुआ। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एक अन्य की तलाश की जा रही है।

पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अग्रवाला ने बताया कि 1 दिसंबर को गांव झेर मोटी में हाईवे पर एक अज्ञात व्यक्ति की क्षत - विक्षत लाश पड़ी होने और हादसा होने की सूचना मिली। मौके पर पहुंची पुलिस को लाश के पास एक बैग मिला। उसमें एक आधार कार्ड मिला, जिस पर नरेन्द्रसिंह पिता मिटू सिंह रावत निवासी गुवारडी अजमेर का पता लिखा पाया। बैग से मिले मोबाईल नम्बर 9358201020 पर सम्पर्क कर परिजनों से बात कर बुलाया। साथ ही लाश को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाई।

लाश पहचानने से इनकार

अगले दिन नरेन्द्रसिंह के परिजन बांसवाड़ा पहुंचे। मोर्चरी में उन्होंने दस्तावेज तो नरेंद्र सिंह के होने बताए, लेकिन लाश को पहचानने से इनकार कर दिया और वहां से चले गए। पुलिस ने परिजनों के साथ ही मोबाइल में मिले नंबरों के आधार पर हड़ताल की तो सामने आया कि नरेंद्र सिंह पर बड़ा कर्ज है और वह गांव में भी कम ही आता है। इस जानकारी पर पुलिस को उक्त घटना में नरेन्द्रसिंह के शामिल होने का संदेह हुआ, किंतु मृतक की लाश रहस्य बनी रही। इस पर अग्रवाला ने एएसपी राजेश भारद्वाज के निर्देशन व वृत्ताधिकारी संदीपसिंह शक्तावत के नेतृत्व में देवीलाल थानाधिकारी सल्लोपाट व नागेन्द्रसिंह थानाधिकारी सज्जनगढ़ के साथ एक टीम का गठन किया गया। टीम ने इसके बाद नरेंद्र सिंह को केंद्र में रखकर अनुसंधान शुरू किया।

भिखारी से दोस्ती पर उपजा संदेह

अनुसंधान के दौरान पुलिस को पता चला कि नरेंद्र सिंह ने कई सारे बीम करा रखे हैं और वह हर महीने हजारों रुपए किस्त के रूप में जमा कराता है। वह व्यक्ति लगातार निम्बाहेडा, निकुम्भ चौराहा, आसावरा, गरदाना गांव एवं इलाके के आसपास ही रहता है। टीम उक्त इलाकों में पहुंची। पड़ताल में पता चला कि नरेन्द्र सिंह की गांव गरदाना में एक ऐसे दिव्यांग व्यक्ति से दोस्ती है जो भीख मांग कर खाता है। तुम उक्त भिखारी तक पहुंची। उसका नाम भैरूलाल नायक निवासी गरदाना चित्तौड़गढ़ पता चला। नरेंद्र सिंह के परिचय होने के सवाल पर उसने साथ में भीख मांगने और अन्य कारण बताए।

पुलिस ने सख्ती की तो भैरूलाल ने बताया कि नरेन्द्रसिंह से वह रामदेवरा मेले में मिला तथा दोस्ती हो गई। नरेन्द्रसिंह घर पर भी आने जाने लगा। रामदेवरा मेले में नरेन्द्रसिंह ने बहुत कर्ज होने, बीमे कराने की जानकारी दी। साथ ही ऐसे व्यक्ति को ढूंढने में मदद मांगी, जिसे सड़क हादसे में मरवा कर उसके नाम से बता देंगे। बीमा का रुपया आपस में बांट लेंगे।

कचरा बिनने वाले को बनाया शिकार

26 नवंबर को नरेंद्र सिंह एक कचरा बिनने वाले व्यक्ति को रामदेवरा से साथ लेकर श्री भैरूलाल नायक के पास आया। उसका नाम तूफान था। इसके बाद भेरूलाल ने एक अपने परिचित ट्रक चालक आकोला निवासी इब्राहिम से संपर्क कर सड़क हादसा करने के संबंध में बातचीत की। इब्राहिम नाथ खुद को गुजरात में होने और 30 नवंबर तक आने की बात कही। उसे पर दोनों तूफान को लेकर घूमते रहे और शराब पिलाते रहे। इब्राहिम के आने पर 30 नवंबर को सभी निंबाहेड़ा के पास लक्ष्मीपुरा में एक होटल में मिले। खुद की जगह तूफान को मारने की योजना बनाई। भैरूलाल को 85 हजार रुपए व इब्राहिम को 65 हजार रुपए देना भी तय किया।

इसके बाद तीनों तूफान को गुजरात में काम धंधा करने की बात कर ट्रेलर में साथ लेकर बैठ गए। रास्ते में तूफान को खूब शराब पिलाई। बांसवाड़ा के करीब 40 किमी दूर आकर गुजरात में शराब नहीं मिलने की बात कही और दोबारा शराब पिलाकर नशे में धुत्त कर दिया। इसके बाद झेर गांव के पास बेसुध तूफान को खींचकर उतारा और टायर के नीचे सुलाकर ट्रेलर चढ़ाकर निर्मम हत्या कर दी। इब्राहिम आगे चला गया। नरेंद्र सिंह और भैरूलाल रोडवेज बस से वापस चले गए। भैरूलाल के घर जाकर रूकने के बाद नरेन्द्रसिंह भनक लगने से व पुलिस के पहुंचने से पहले ही फरार हो गया।

ऐसे पकड़ में आए आरोपी

तूफान की हत्या के बाद भैरूलाल ने तूफान की बहन फतेहपुर कोटा निवासी श्यामा बैरवा से सम्पर्क कर गुजरात में जाना बताया। पुलिस ने तूफान की बहन से संपर्क किया। उसने बांसवाड़ा आकर लाश की पहचान की। साथ ही भैरूलाल व नरेन्द्रसिंह पर हत्या करने का संदेह व्यक्त किया। इसके बाद भैरूलाल और इब्राहिम को गिरफ्तार किया। दोनों ने पूछताछ में पूरी घटना का खुलासा कर दिया। पुलिस अब नरेंद्र सिंह की तलाश में जुटी है।

ये भी पढ़ें: राजस्थान में अफसरों का राजनीतिक खेल! क्या नेताओं से भी ताकतवर हो गए हैं अफसर?

ये भी पढ़ें: Rajasthan: मोदी सरकार का बड़ा तोहफा! राजस्थान के 9 जिलों में खुलेंगे केंद्रीय विद्यालय, जानें कहां!

Tags :
Banswara Crime NewsBanswara MurderBanswara murder caseBanswara News RajasthanDebtMurderPlotKillingForLoanRepaymentLatest Banswara NewsLoanRepaymentConspiracyकर्जकर्ज के लिए हत्याषड्यंत्र
Next Article