अनीता चौधरी मर्डर केस में 20 दिन बाद धरना खत्म, CBI करेगी जांच...परिवार को 51 लाख की सहायता
Anita Chaudhary murder case: राजस्थान की जोधपुर में ब्यूटीशियन अनीता चौधरी की हत्या को लेकर लंबे समय से चल रहा गतिरोध आखिरकार समाप्त हो गया। (Anita Chaudhary murder case) हनुमान बेनीवाल के नेतृत्व में सोमवार को हुए व्यापक धरने के बाद सरकार ने मंगलवार को इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी।इस निर्णय के बाद अनीता चौधरी के परिजनों का धरना भी समाप्त हो गया है। सरकार ने इस दुखद घटना के पीड़ित परिवार को 51 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने का भी ऐलान किया है। अब यह देखना होगा कि सीबीआई की जांच इस मामले को कितनी जल्दी और पारदर्शी तरीके से सुलझाती है और क्या इस मामले में राजनीतिक दबाव काम करेगा।
चार प्रमुख मांगों पर बनी सहमति
धरने के बाद सरकार ने चार प्रमुख मांगों पर सहमति जताई। इसमें सीबीआई जांच की घोषणा, 51 लाख रुपए की आर्थिक सहायता, सविदा पर नौकरी और डीसीपी व SHO जैसे अधिकारियों को हटाने की मांगें शामिल थीं। इस दौरान ओसिया के विधायक भैराराम सियोल और जोधपुर कमिश्नर राजेंद्र सिंह ने भी देर रात 3:00 बजे धरने स्थल पर पहुंचकर वार्ता की और समाधान निकाला। इसके बाद धरना स्थल पर अनीता चौधरी का अंतिम संस्कार भी किया गया।
हनुमान बेनीवाल का बयान.."सीबीआई जांच से खुलेंगे कई राज़"
हनुमान बेनीवाल ने कहा कि 13 तारीख को चुनाव की वजह से वह धरने में शामिल नहीं हो पाए, लेकिन उनके कार्यकर्ता इस पूरे प्रकरण में पीड़ित परिवार के साथ थे। उन्होंने कहा कि सीबीआई जांच से कई परते खुलेंगी और इस मामले में बड़े लोगों का हाथ सामने आएगा। बेनीवाल ने यह भी कहा कि अब इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
सरकार का रुख.. "लापरवाही पर होगी कार्रवाई"
सरकार के प्रतिनिधि के रूप में ओसिया विधायक भैराराम सियोल ने कहा कि सीबीआई जांच के बाद अगर कोई लापरवाही सामने आती है तो उच्च स्तरीय कमेटी द्वारा और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने भरोसा जताया कि सीबीआई के आने के बाद इस मामले में हर बात सामने आ जाएगी।
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