Anand Pal Singh Encounter: कोर्ट का फैसला, एनकाउंटर में शामिल 5 पुलिसकर्मियों पर चलेगा मुकदमा
Anand Pal Singh Encounter: जयपुर। सीबीआई (Cbi) की एससीजेएम कोर्ट (Scjm Court) के फैसले के बाद एक बार फिर प्रदेश के गैंगस्टर आनंदपाल सिंह एनकाउंटर (Anand Pal Singh Encounter) मामला चर्चाओं में आ गया है। आनंदपाल एनकाउंटर में एससीजेएम कोर्ट ने बड़ा फैसला दिया है। कोर्ट ने आनंदपाल के एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए 5 पुलिस अधिकारियों (Police Officer) के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने के निर्देश दिए है। इसके साथ ही कोर्ट ने इन अधिकारियों की भूमिकाओं पर भी संदेह जताया है। दरअसल, आनंदपाल का 24 जून 2017 को एनकाउंटर हुआ था। अब 7 साल बाद सीबीआई की एससीजेएम कोर्ट ने इस मामले में 5 पुलिस अधिकारियों पर हत्या का मामला दर्ज करने के निर्देश दिए है। कोर्ट के इस फैसले पर आनंदपाल का परिवार ने अपनी प्रतिक्रिया दी है और इसे न्याय की जीत बताया है।
आनंदपाल की सुनियोजित तरीके से हुई हत्या- मंजीत पाल
सीबीआई की एससीजेएम कोर्ट के फैसले को आनंदपाल के परिवार ने न्याय की जीत बताया है। वहीं आनंदपाल के भाई मंजीत पाल ने बताया कि आनंदपाल की सुनियोजित तरीके से हत्या की गई है उसका एनकाउंटर नहीं किया गया। सरेंडर का बोलकर इन अधिकारियों ने मिलीभगत कर आनंदपाल का एनकाउंटर किया है। आनंदपाल के भाई मंजीत पाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि घटना वाले दिन मेरे बड़े भाई रूपेंद्र पाल को पुलिस अपने साथ लेकर गई थी और उसको आगे करके आनंदपाल को सरेंडर करने के लिए कहा गया था। आनंदपाल के सरेंडर करने के बाद पुलिस ने उसे घेर लिया और उसके साथ मारपीट की, इसके बाद पुलिस ने गोलियों से भूनकर आनंदपाल की हत्या कर दी।
राजनीतिक कारणों से हुई हत्या- मंजीत पाल
आनंदपाल के भाई ने बताया कि कई राजनेता मेरे भाई आनंदपाल को रास्ते से हटाना चाहते थे, इसलिए उसकी हत्या राजनीतिक कारणों के चलते हुई है। राजनेताओं के इशारों और पुलिस की मिलीभगत के चलते उसका एनकाउंटर किया गया है। वहीं सीबीआई कोर्ट ने भी यह माना है कि एनकाउंटर से पहले आनंदपाल के साथ मारपीट की गई है और फिर इसके बाद उसकी हत्या की गई। दरअसल, इस मामले में सबसे महत्वपूर्ण गवाह आनंदपाल के बड़े भाई रूपेंद्र पाल थे, जो कि खुद घटनास्थल पर मौजूद थे। इसी आधार पर सीबीआई कोर्ट ने सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट को खारिज कर दिया।
24 जून 2017 को हुआ था एनकाउंटर
प्रदेश के गैंगस्टर आनंदपाल सिंह का एनकाउंटर 24 जून 2017 को हुआ था। बाद में आनंदपाल के एनकाउंटर को कथित तौर पर एनकाउंटर बताया जाने लगा था। आनंदपाल पर कई मुकदमे दर्ज थे। आनंदपाल एनकाउंटर मामले में अब 5 पुलिस अधिकारियों पर हत्या के तहत मामला दर्ज होगा।
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