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अजमेर में खतरनाक खेल! लड़कियों को दोस्ती के जाल में फंसाकर ब्लैकमेल… आखिर कौन है इसका मास्टरमाइंड?

अजमेर शहर, जो अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है, आज एक बार फिर एक ऐसे काले अध्याय से जूझ रहा है
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Ajmer Crime News: अजमेर शहर, जो अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है, आज एक बार फिर एक ऐसे काले अध्याय से जूझ रहा है, जिसने न केवल शहर की शांति को भंग किया है, बल्कि मासूम बच्चियों के भविष्य और उनके परिवारों के सपनों को भी तार-तार कर दिया है। यह वही शहर है, जहां 1992 का अजमेर सेक्स स्कैंडल (Ajmer Sex Scandal) हुआ था, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। आज, एक बार फिर, इसी शहर में नाबालिग लड़कियों को दोस्ती का झांसा देकर ब्लैकमेल करने और उन पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने के आरोप सामने आए हैं। (Ajmer Crime News)यह घटना न केवल हमारे समाज की नैतिकता पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि यह हमें यह सोचने पर मजबूर कर देती है कि क्या हम अपने बच्चों को सुरक्षित वातावरण दे पा रहे हैं?

विजयगनगर इलाके में हुई यह घटना सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि मानवता के खिलाफ एक जघन्य अपराध है। जब लड़कियों के परिजनों और हिंदू संगठनों ने इस मामले को उजागर किया, तो पूरा समाज स्तब्ध रह गया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सात आरोपियों को हिरासत में ले लिया है, लेकिन यह सिर्फ एक शुरुआत है। अब सवाल यह है कि क्या हम इस घटना से सबक लेंगे और अपने समाज को ऐसे जघन्य अपराधों से मुक्त करने के लिए एकजुट होंगे? यह वक्त है कि हम सभी मिलकर ऐसे अपराधों के खिलाफ आवाज उठाएं और न्याय की मांग करें, ताकि कोई भी मासूम बच्ची ऐसी यातना से गुजरने को मजबूर न हो।

मोबाइल फोन देकर फंसाने की साजिश

पूरा मामला तब सामने आया जब अजमेर की एक स्कूली छात्रा के पिता ने विजयनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ युवक उनकी नाबालिग बेटी और उसकी सहेलियों को मोबाइल फोन देकर बहलाने-फुसलाने का काम कर रहे थे। ये युवक लड़कियों को होटल, रेस्टोरेंट और कैफे में बुलाते थे, जहां उनकी तस्वीरें और वीडियो बनाए जाते थे।

ब्लैकमेलिंग का शिकार हो रही थीं लड़कियां

शिकायत के मुताबिक, आरोपी पहले नाबालिग लड़कियों से दोस्ती करते थे और फिर उन्हें मिलने के लिए बुलाते थे। इस दौरान उनकी तस्वीरें और वीडियो बना लिए जाते थे, जिनका इस्तेमाल करके बाद में उन्हें ब्लैकमेल किया जाता था। पीड़ित लड़की के पिता ने बताया कि आरोपियों ने उसकी बेटी पर अपने दोस्तों से मिलने और धर्म परिवर्तन करने का दबाव भी बनाया। जब उसने उनकी बात नहीं मानी तो उसे धमकाने और ब्लैकमेल करने लगे।

परिवार ने यह दावा किया कि यह केवल ब्लैकमेलिंग का मामला नहीं था, बल्कि एक सोची-समझी साजिश के तहत धर्म परिवर्तन कराने का भी प्रयास किया जा रहा था। आरोप है कि लड़कियों को जबरन कलमा पढ़वाने और रोज़ा रखने के लिए मजबूर किया गया था।

15 युवकों के खिलाफ केस दर्ज, 7 गिरफ्तार

फिलहाल, पुलिस ने शिकायत के आधार पर विजयनगर थाने में मामला दर्ज कर लिया है। SHO करण सिंह खंगारोत ने गंभीरता से कार्रवाई करते हुए सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि बाकी की तलाश जारी है। पीड़िता के पिता ने बताया कि इस साजिश में करीब 15 युवक शामिल हैं।

विजयनगर थाना पुलिस अब गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है और अन्य फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि इस पूरे मामले में कोई बड़ा गिरोह तो शामिल नहीं है। इस घटना के बाद इलाके में गुस्सा है, और स्थानीय लोग सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और पीड़ितों को न्याय मिलेगा।

 फिर ताजा हुई दर्दनाक यादें

इस घटना ने 1992 के अजमेर सेक्स स्कैंडल की भयावह यादें फिर से ताजा कर दी हैं। उस कांड में एक संगठित गिरोह ने 100 से ज्यादा स्कूली लड़कियों को अपना शिकार बनाया था। आरोपियों ने पहले दोस्ती कर लड़कियों की आपत्तिजनक तस्वीरें खींचीं और फिर उन्हें ब्लैकमेल करके शोषण किया।

32 साल बाद आया 1992 स्कैंडल का फैसला

इस मामले में 18 लोगों के खिलाफ मुकदमा चला था, जिसमें 8 आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। हालांकि, बाद में राजस्थान हाई कोर्ट ने 4 को बरी कर दिया और बाकी ने अपनी सजा पूरी कर ली। 2024 में इस केस में 6 और आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई। लेकिन एक आरोपी अब भी फरार है, जिसे भगोड़ा घोषित किया जा चुका है।

अजमेर में हाल ही में सामने आई इस घटना के बाद हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। वे प्रशासन से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और आश्वासन दिया है कि सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर कानून के दायरे में लाया जाएगा।

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